“संस्कृत बोल के दिखाओ!” रामभद्राचार्य का प्रेमानंद महाराज को सीधा चैलेंज

अजमल शाह
अजमल शाह

वृंदावन के लोकप्रिय संत प्रेमानंद महाराज, जो अपने भजनों, प्रवचनों और विराट-अनुष्का जैसे नामी भक्तों की वजह से अक्सर सुर्खियों में रहते हैं — अब एक गंभीर धार्मिक विवाद में घिरते दिख रहे हैं।
जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने प्रेमानंद महाराज पर सीधी संस्कृत ज्ञान की चुनौती दे डाली है।

“मूर्ख दे रहे धर्म का ज्ञान” — रामभद्राचार्य की बेबाकी

एक साक्षात्कार में जब रामभद्राचार्य से प्रेमानंद महाराज पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने दो टूक कहा:

“आजकल मूर्ख धर्म का ज्ञान दे रहे हैं। पहले विद्वान कथावाचन करते थे।”

उन्होंने प्रेमानंद को “बालक समान” कहा और यह भी जोड़ दिया कि:

“मैं चैलेंज करता हूं कि वह मेरे सामने संस्कृत का एक अक्षर बोल दें या मेरे कहे श्लोक का सही अर्थ समझा दें।”

“ना विद्वान, ना चमत्कारी पुरुष”

रामभद्राचार्य ने प्रेमानंद को ना विद्वान और ना चमत्कारी पुरुष माना। उन्होंने कहा कि चमत्कार वह होता है जो शास्त्रों में निष्णात हो और संस्कृत श्लोकों की गहराई को समझा सके। उन्होंने प्रेमानंद की लोकप्रियता को क्षणभंगुर कहा और यह भी जोड़ा:

“मुझे उनका भजन अच्छा लगता है, पर अगर कोई इसे चमत्कार कहे, तो वह मुझे स्वीकार नहीं।”

विराट-अनुष्का भी ले चुके हैं आशीर्वाद

संत प्रेमानंद महाराज की लोकप्रियता केवल वृंदावन तक सीमित नहीं। विराट कोहली और अनुष्का शर्मा जैसे सेलिब्रिटी भी उनके दर्शन के लिए आश्रम पहुँच चुके हैं। देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु उनके भजन सुनने आते हैं।

संतों की दुनिया में टकराव: श्रद्धा बनाम विद्वता?

इस बयान ने धार्मिक जगत में श्रद्धा और शास्त्रों की विद्वता के बीच बहस को जन्म दे दिया है। क्या किसी संत की लोकप्रियता केवल भक्ति के भाव से मापी जाए, या उसे शास्त्रीय ज्ञान में भी निष्णात होना चाहिए?

“द्वेष नहीं, लेकिन सच्चाई ज़रूरी” — रामभद्राचार्य

रामभद्राचार्य ने स्पष्ट किया कि उनका प्रेमानंद से कोई व्यक्तिगत द्वेष नहीं है, लेकिन धर्म के नाम पर भ्रम फैलाना उन्हें स्वीकार नहीं।
उन्होंने कहा कि धर्म का मंच ज्ञान, सत्य और विवेक का होना चाहिए — केवल भावुकता का नहीं।

आस्था की अदालत में अब सवाल संस्कृत का!

रामभद्राचार्य की इस चुनौती के बाद क्या प्रेमानंद महाराज जवाब देंगे?
क्या ये विवाद धार्मिक विमर्श को गहराई देगा या सिर्फ एक और ट्रेंड बनकर सोशल मीडिया में बह जाएगा?

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